हवाओं से हम पूछ तो लें हाल तुम्हारा ..
डरते हैं.. बदले में क्या हम बता पायेंगे ?
चाहते हैं बाँट लेना हर गम तुम्हारा...
पर हम तुम्हें अपने गम ना दे पायेंगे
तुम रहो तुम्हारी दुनिया में..बेफिक्र होकर
हम बस याद कर तुम्हें बेचैन हो जायेंगे..
जाते-जाते...मुड़कर देखा ही क्यूँ था तुमने
तुम जानते थे...हम तुमको ना भूल पाएँगे...
हद-ए-वीरान तक फिरता था दिल आवारा...
अब पास है तुम्हारे.. वापस ना ला पायेंगे
डरते हैं.. बदले में क्या हम बता पायेंगे ?
चाहते हैं बाँट लेना हर गम तुम्हारा...
पर हम तुम्हें अपने गम ना दे पायेंगे
तुम रहो तुम्हारी दुनिया में..बेफिक्र होकर
हम बस याद कर तुम्हें बेचैन हो जायेंगे..
जाते-जाते...मुड़कर देखा ही क्यूँ था तुमने
तुम जानते थे...हम तुमको ना भूल पाएँगे...
हद-ए-वीरान तक फिरता था दिल आवारा...
अब पास है तुम्हारे.. वापस ना ला पायेंगे